Monday, June 23, 2008

दुनिया की ख़बर करते अपनी ख़बर नही दे पाई ,इनदिनों नई नौकरी की मस्रुफिअत दिल की बात करने का मौका नही दे रही..बहुत कुछ लिखने का दिल चाहता है ...लेकिन ऐसी मुश्किल मे हूँ की कुछ नही कह पाती लेकिन ये हालत बहुत दिन नही रहेंगे...इंशाल्लाह जल्द लौटना होगा.

6 comments:

पी के शर्मा said...

अब इस पर क्‍या कहा जाए
आपके लौटने का इंतजार किया जाए
ब्‍लोगल वार्मिंग में आपका स्‍वागत है

ताऊ रामपुरिया said...

आपने इस "अन-टाइटल्ड" पोस्ट में सिर्फ़ ४ लाइने लिखी हैं । पर इन ४ लाइनों मे जो कशिश और अभिव्यक्ति का प्रवाह है, उसमे मुझे एक सम्पूर्ण पोस्ट दिखाइ दे रही है , अगर तो आप इसे एक टाइटल दे दें ।
आप पर मां सरस्वती की क्रिपा दिखाइ दे रही है..
नही आप कहीं नही जा रही हैं ।
सिर्फ़ ४ लाइने ही लिखती रहिये, भले ही ४ हफ़्तों में ।

आशिर्वाद एवम शुभकामनाएं ।
लिखती रहें.....

Amit K Sagar said...

हमें इंतज़ार है आपकी चाहतें का अल्फज्जों में बिखरने का. स्वागत है आपका. शुभकामनायें.
---
उल्टा तीरp

आशीष कुमार 'अंशु' said...

सत्य वचन

Unknown said...

धीरज रखें सब ठीक हो जाएगा ... जो होता है अच्छे के लिए ही होता है ... आप शीघ्र लौटें ... नए अनुभवों के साथ ... प्रतीक्षा रहेगी आपकी ...

Raji Chandrasekhar said...

स्वागत है, आप का ।
मैं मलयलम का एक ब्लोगर, थोड़ा थोड़ा हिन्दी में भी ।