थोडी सी हँसी,कुछ आँखों की बातें
और बात बन जाती है
आसान हो जाती है हर मुश्किल
इसे पैंतरा कह लीजिये,
या दुनिया को उसी के अंदाज़ मे जितने का मंत्र
लेकिन संघर्षों की सियाही मे ख़ुद ख़त्म हो जाने से आसान है ये ,
देखती हूँ कोई ज़रूरी नही
जूझना,लड़ना, सीखना
सिर्फ़ और सिर्फ़ लड़की होना काफ़ी है.....
Thursday, July 3, 2008
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